मेरठ में प्रदर्शन: जब कानून को खुलेआम चुनौती दी गई

मेरठ में प्रदर्शन: जब कानून को खुलेआम चुनौती दी गई

उत्तर प्रदेश देश का वह प्रदेश है जो सबसे ज्यादा चर्चा में रहता है और चर्चा में रहने की कई वजह हैं यहां के मुख्यमंत्री आदरणीय योगी आदित्यनाथ साहब हर मंच पर यह कहते हुए दिखते हैं कि उत्तर प्रदेश में कानून का इकबाल बुलंद है अपराधी थरथर कांपते हैं अपहरण लूटपाट चोरी डकैती जैसी घटनाओं पर पूरी तरीके से रोक लग गए तमाम बातों को लेकर अपनी वाहवाही करते हैं पर इन दावों पर अक्सर लोग एतबार नहीं करते क्योंकि जब कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आती हैं जो लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि क्या उत्तर प्रदेश में एक तबके के लोगों को खुली छूट दे दी गई है आपको बताएं कि यह तस्वीरें हम आपको जरा दिखाते हैं यह तस्वीरें हैं उत्तर प्रदेश के मेरठ की मेरठ में शनिवार को हिंदू स्वाभिमान परिषद नाम के एक हिंदुत्ववादी संगठन ने प्रदर्शन किया प्रदर्शन था ममता बनर्जी के खिलाफ कि पश्चिम बंगाल में जो मुर्शिदाबाद में हिंसा हो रही है उसके खिलाफ मेरठ में प्रदर्शन किया मांग की गई कि वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाए और इन लोगों ने कसम खाई कि यह सब यहां से जाएंगे पश्चिम बंगाल और वहां पर हिंदुओं का साथ देंगे चाहे जैसे भी दें उनके उनकी रक्षा करेंगे और हथियार डंडे से हम जाएंगे पूरी मदद करेंगे बात मैं नहीं कह रहा हूं यह खुद उसके जो जिला अध्यक्ष हैं अमित भारद्वाज ने कहा वह बयान भी हम आपको सुनवा देंगे अच्छा ठीक है भाई लोकतांत्रिक देश है आप प्रदर्शन कर सकते हैं आप रैली निकाल सकते हैं और खासकर उत्तर प्रदेश में एक तबके के लोगों को थोड़ी सी ज्यादा छूट भी है सड़क पर भी प्रदर्शन कर ही रहे थे अब प्रदर्शन करतेकरते कब यह लोग पुलिस को बच्चा समझने लगे किसी को पता ही नहीं चले चला वहां प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था बनाने के लिए कुछ पुलिस वाले थे लेकिन हिंदू स्वाभिमान परिषद के कार्यकर्ता ने एक इंस्पेक्टर की टोपी ही उड़ा दी यह तस्वीरें हम आपको चाहते हैं कि लूप पर दिखाएं कि यह व्यक्ति आया और इतने कॉन्फिडेंस के साथ दिन दहाड़े पुलिस की टोपी ही उड़ा दिया उसने हाथ मारा और पुलिस की टोपी ही उड़ा दी अब सोचिए कि पुलिस की टोपी उसका सम्मान होता है किसी का भी मुकुट किसी का भी साफा यह सम्मान होता है किसी की पगड़ी सम्मान की नजरों से देखी जाती है उसका आत्मसम्मान होता है और पुलिस का आत्मसम्मान इस हिंदुत्ववादी संगठन के कार्यकर्ता ने उड़ा दिया उड़ा दिया अब वहां पर मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बना दिया



 अब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने सवाल पूछना शुरू कर दिया कि क्या यहां तो उत्तर प्रदेश पुलिस कहती है कि अपराधी थर-थर कांपते हैं यहां तो लोग सरेआम दिन दहाड़े पुलिस की टोपी ही उछाले दे रहे हैं पुलिस की पगड़ी ही उछाले दे रहे हैं इसके बाद पुलिस को भी लगा कि यह तो गलत हो गया है इस पूरे मामले में पुलिस ने इस ऑर्गेनाइजेशन के ऊपर और इसके कुछ कार्यकर्ताओं के ऊपर मुकदमा दर्ज किया है यह मेरठ के सिविल लाइंस का मामला है और इन पर मुकदमा दर्ज किया गया है और इनमें से कुछ की गिरफ्तारी भी कर ली गई है आइए सुनते हैं उस इलाके के सर्किल ऑफिसर अभिषेक को आज दिनांक 20-04-25 को थाना क्षेत्र सिविल लाइंस में चौधरी चरण सिंह पार्क के पास कुछ लोग एकत्रित हुए थे उनके द्वारा एक मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था उपरोक्त प्रदर्शन के दौरान उनके द्वारा ट्रैफिक को बाधित करते हुए मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया तथा एक सब इंस्पेक्टर से आपत्तिजनक व्यवहार भी किया गया उपरोक्त प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए इसमें अभियोग पंजीकृत किया गया है थाना सिविल लाइंस पर जिसका क्राइम नंबर 91/2 है समुचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए इसमें मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी कर ली गई है तथा अग्रिम विधिक कार्यवाही इसमें की जा रही है आपने अभिषेक को सुना अब हम चाहते हैं कि आप सुने इस हिंदुत्व हिंदुत्ववादी संगठन के उस नेता की बात जो इस प्रदर्शन को लीड कर रहा था और कैसे वो भड़काऊ बात कर रहा है मीडिया के सामने पुलिस के सामने प्रशासन के सामने और इस तरह से इतने कॉन्फिडेंस से बात कर रहा है जैसे मुख्यमंत्री यह खुद ही हो इनका नाम है अमित भारद्वाज यह हिंदू स्वाभिमान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं

हिंदू स्वाभिमान परिषद का उग्र एजेंडा और भड़काऊ बयान

 अब हिंदू स्वाभिमान परिषद क्या करता है तो आपने देख ही लिया अब इनके अध्यक्ष की बात भी सुनिए कि वो क्या करना चाहते हैं पश्चिम बंगाल में जाकर के और क्यों प्रदर्शन कर रहे थे वहां पर मेरठ में सुनिए मेरा नाम अमित भारद्वाज है मैं हिंदू स्वाभिमान परिषद का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं आज आप यहां इकट्ठे हुए हैं क्या है उद्देश्य है क्या है पूरा मामला बताएं हिंदू स्वाभिमान परिषद और गुरु गोरखनाथ कामधेन गौ रक्षा सेवा समिति के संयुक्त तत्वाधान में हम लोग जो पश्चिम बंगाल में हमारे हिंदू भाइयों के साथ अत्याचार अनाचार बलात्कार जैसी जघन्य अपराध हो रहा है उसको रोकने के लिए क्योंकि वहां सरकार और वहां का पुलिस प्रशासन विफल हो चुका है अब समस्त हिंदू वीर वीरांगनाओं से ही आह्वान है उन्हीं की आवश्यकता है इस पवित्र भारत भूमि को प्रशासन के भरोसे बैठना वहां पर मूर्खता होगी या तो तत्काल माननीय मोदी जी वहां राष्ट्रपति शासन लागू करें नहीं तो वहां कत्लेआम की पूरी तैयारी है आज आप जाने की बात कर रहे हैं कितने लोग जा रहे हैं और कहां जा रहे हैं हम पश्चिम बंगाल जा रहे हैं करीब 300 350 आदमी है कुछ अपना दिल्ली से हैं कुछ चंडीगढ़ से आ रहे हैं कुछ बिहार से हैं इस इस तरीके से अलग-अलग स्टेटों से हैं सभी के हमारे पास मोबाइल नंबर मौजूद हैं और हमारी वहां रहने की जो व्यवस्था है वह मंजीत सिंह है एक उन्होंने वर्धमान जिले में कर रखी है वहां पहुंचकर क्या करने वाले हैं आप क्या उद्देश्य है वहां जाने का वहां जो हमारा हिंदू कमजोर पड़ रहा है उसको सशक्त करा जाएगा चाहे हथियारों के बल पे चाहे संख्या बल पे अभी आपने ममता बनर्जी के लिए कुछ शब्द ममता बनर्जी की गर्दन काट देंगे लेकिन हिंदुत्व का शोषण नहीं होने देंगे किसी भी मूल्य पे अब आपने सुना कि अमित भारद्वाज नाम के इस शख्स ने क्या कुछ कहा इन शख्स की भी गिरफ्तारी हो गई है इनको भी डिटेन किया है और इनको भी जेल भेजा जाएगा लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस ने अपनी कारवाई करी क्योंकि पुलिस की खुद की पगड़ी तक बात आ गई पुलिस के खुद के गिरेबान तक बात आ गई लेकिन इसी मेरठ में इसी उत्तर प्रदेश में ईद के दिन नमाज के दौरान एक पोस्टर लेके आया शख्स जिसमें लिखा था कि सिर्फ मुसलमान ही नमाज नहीं पढ़ता सड़कों पर हिंदू कावड़ यात्रा सड़क पर निकालता है गणेश चतुर्थी होती है सारी बात नवरात्र का जुलूस होता है सब कुछ लिखा उस व्यक्ति पर पुलिस ने मुकदमा कर दिया वह शांतिपूर्ण तरीके से बस एक पोस्टर लेके आया उसने दिखाया नमाज पढ़ी और चले गए उस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया जो लोग वफ बिल के खिलाफ काली पट्टी बांध करके आए अपना विरोध दर्ज कराने के लिए जो कि समझ लीजिए देश में जो लोकतंत्र में आजादी दी गई है फ्री स्पीच की ना सड़क बाधित की उसने उन्होंने ना वह सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन करते आए ना पुलिस से बदतमीजी की कुछ भी नहीं किया काली पट्टी बांधी मस्जिद गए और अपने घर चले गए उन पर भी पुलिस ने मुकदमा कर लिया बात इतनी छोटी नहीं है इससे पहले इसी मेरठ में ईद से पहले यह बयान दिया गया था कि अगर सड़क पर नमाज पढ़ी तो पासपोर्ट कैंसिल हो जाएगा लाइसेंस कैंसिल हो जाएगा अब सवाल यह उठता है पुलिस ने अमित भारद्वाज और हिंदू स्वाभिमान परिषद के लोगों पर मुकदमा तो दर्ज कर लिया है क्या इन लोगों का भी पासपोर्ट रद्द होगा क्या इनका भी लाइसेंस रद्द होगा क्या इनको भी बेइज्जत किया जाएगा और शक की नजरों से देखा जाएगा सबसे बड़ा सवाल यह है और सबसे बड़ी बात यह भी मैं जानता हूं कि मुकदमा हुआ है उन लोगों पर जिन्होंने पोस्टर और काली पट्टी बांधी उनका भी पासपोर्ट नहीं कैंसिल किया और पुलिस के हाथ में यह अधिकार भी नहीं है कोर्ट है इस देश में देश में और कोर्ट कुछ चीजें तय करती है खैर बहरहाल अब इनकी गिरफ्तारी हो गई है पुलिस की कार्रवाई भी हो गई है पर जिस तरीके से जिस कॉन्फिडेंस के साथ में यह संगठन सड़कों पर आकर प्रदर्शन करते हैं पुलिस के साथ बदतमीजी करते हैं और उसके बाद यह बयान भी देते हैं कि देखिए उत्तर प्रदेश में तो पुलिस मनमानी कर रही है अच्छा जब मुसलमानों पर कारवाई हो तो मनमानी की बात नहीं फिर यह कहा जाएगा इनको ठीक कर दिया पुलिस वाले बिल्कुल बढ़िया काम कर रहे हैं अच्छा इन पर कारवाई हो जाए तो फिर पुलिस मनमानी कर रही है पुलिस सुनती नहीं है विधायक सांसद की सुनी नहीं जाती योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को खुली छूट दे रखी है इन पर नकेल कसी जाना चाहिए 

एक वर्ग पर कठोरता, दूसरे पर नरमी का आरोप



यह आम लोगों की नहीं सुनते हैं हिंदुओं की सरकार और हिंदुओं की ही नहीं सुनी जा रही है ये सब सारी बातें आपको ऐसे संगठनों के लोग करते हुए नजर आ जाएंगे मैं चाहता हूं यह वीडियो फिर से आप लोग देखें फिर से देखें और समझें और जाने कि कैसे उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ यह कहा जाता है कि अपराध कंट्रोल पर है सड़क पर सब सुरक्षित घूम सकते हैं सुरक्षा व्यवस्था इतनी जबरदस्ती है यहां तो पुलिस के अधिकारी सुरक्षित नजर नहीं आते हैं उनकी ही टोपी उछाल दी जाती है उनको ही बेइज्जत कर दिया जाता है लेकिन हम यह बात भी जानते हैं हम यह बात भी समझते हैं कि इन लोगों में कॉन्फिडेंस कहां से आ रहा है हम अच्छी अच्छी बात है कि इन पर उत्तर प्रदेश की पुलिस ने कार्रवाई की है क्योंकि बात पुलिस की टोपी तक आ गई पुलिस की पगड़ी तक आ गई उम्मीद है कि यही बर्ताव और यही सम्मान दूसरे तबके के लोगों का भी रखा जाएगा देश में संविधान है जिसमें सबको बराबरी की आजादी है देश में कानून है और उसी के अनुसार कारवाई होनी चाहिए जो पुलिस वाले ओवरबोट चले जाते हैं कि छत पर नमाज पढ़ी तो यह कर देंगे सड़क पर नमाज पढ़ी तो लाइसेंस कैंसिल मुजफ्फरनगर में तो जो पट्टी बांध करके आए उनको तो नोटिस देकर बुला लिया गया है बॉन्ड भरवाया जा रहा है यह सब सारी चीजें हो रही हैं अंत में हम यही कहना चाहेंगे कि उत्तर प्रदेश एक बहुत बड़ा राज्य है बहुत टैलेंट है उत्तर प्रदेश में नोएडा कानपुर लखनऊ बनारस लोग इन्वेस्टमेंट करने आ रहे हैं उत्तर प्रदेश की पहचान एक प्रोग्रेसिव राज्य के तौर पर होनी चाहिए अक्सर उत्तर प्रदेश की चर्चा इन ऐसे मसलों और मामलों को लेकर के होती है जिससे उत्तर प्रदेश के ऊपर यह कहा जाता है कि वहां पर तो कानून का राज ही नहीं है यह आरोप लगाए जाते हैं।


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