"पोप फ्रांसिस: करुणा, नैतिकता और साहस की अंतिम आवाज़"

 "पोप फ्रांसिस: करुणा, नैतिकता और साहस की अंतिम आवाज़"

पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है लेकिन जाते-जाते चर्च की दरो दीवार को दुनिया के गरीबों और असहाय लोगों के लिए बहुत छोटी कर गए चर्च की सत्ता को कभी किसी सनकी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के हिंसक विचारों से प्रभावित नहीं होने दिया बल्कि उनकी सनक को सही रास्ते पर लाने की भाषा बोलते रहे युद्ध और हिंसा की लगातार अंतिम घड़ी तक आलोचना करते रहे दूसरे समुदायों के प्रति करुणा का भाव जगाते रहे माइग्रेंट का पक्ष लेते रहे दूसरे धर्म के लोगों की पीड़ा को समझने में एक ऐसा रास्ता बना गए जिस पर चलकर कोई भी धर्मगुरु किसी भी धर्म का धर्मुगुरु हमेशा हमेशा के लिए आदरणीय हो जाता है पोप फ्रांसिस ने यह कहकर सबको चौंका दिया था कि परमाणु हथियारों का रखना ही अनैतिक है उनसे पहले अगर के साथ परमाणु हथियारों के रखने को लेकर मान्यता दी जाती थी लेकिन पोप फ्रांसिस ने पूरी तरह से इसे बदल दिया ठुकरा दिया और कहा कि परमाणु हथियारों को रखना अनैतिक है कोविड के दौरान जब वैक्सीन के खिलाफ अभियान चलने लगा धार्मिक विचारों की आड़ में वैक्सीन का विरोध किया गया तब पोप फ्रांसिस ने उनसे अलग लाइन दी और कहा कि स्वास्थ्य हमारी नैतिक जिम्मेदारी है हमारा आपका फर्ज बनता है कि हम अपना और अपने आसपास के लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें वैक्सीन लेना एक तरह से दूसरों के प्रति प्रेम का इजहार है इन बातों को पढ़ते हुए लिखते हुए और आपके लिए बोलते हुए लग रहा है कि दुनिया से एक धर्मुरु नहीं गए बल्कि करुणा से भरे एक कवि ने अपनी शानदार कविताओं को हमारे हवाले कर इस दुनिया को अलविदा कह दिया है कैथोलिक चर्च में बच्चों के साथ होने वाले यौन शोषण पर माफी मांगकर उन्होंने बहुत साहसिक काम किया 88 साल की उम्र में इस दुनिया को छोड़कर जाने वाले पोप फ्रांसिस ने सत्ता और सेवा को नए-नए तरीके से परिभाषित किया ठीक उसी दौर में जब दुनिया भर के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति सनक गए थे और अपना संतुलन खोने लगे धरती पर युद्ध के ऐलान को अपनी ताकत बताने लगे पोप फ्रांसिस देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के हिसाब से नहीं सोचा करते थे ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही उनके विचार रातोंरात ट्रंप की खुशी में नहीं बदल गए बल्कि अपने धर्म की नैतिकता के मानदंडों से वे कभी डिगे नहीं उनके विचारों के केंद्र में अथाह करुणा और सत्ता की जगह सेवा की वेदना की स्थाई जगह बनी रही पोप फ्रांसिस ऐसी विरासत छोड़कर गए हैं जिनसे नजरें मिलाने का साहस शायद ही किसी राष्ट्रपति में हो या प्रधानमंत्री में जब बड़े-बड़े देश और ताकतवर नेता इसराइल की आलोचना नहीं कर पाए तब पोप फ्रांसिस ने इसराइल को आतंकवादी तक कह दिया और गजा में की जा रही बमबारी की लगातार निंदा की शायद यही वजह है कि बेनजीर भुट्टो की भतीजी फातिमा भुट्टो ने लिखा है पोप फ्रांसिस के बिना दुनिया नैतिक रूप से और गरीब हो गई है आखिरी सांस तक उन्होंने गजा के लिए आवाज उठाई और चर्च से कहा कि हर दिन गजा के लिए प्रार्थना होनी चाहिए ईस्टर के अपने संबोधन में पोप फ्रांसिस ने कहा धर्म की स्वतंत्रता विचारों की स्वतंत्रता अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और दूसरों के विचारों के प्रति सम्मान के बिना शांति नहीं हो सकती है विचारों अभिव्यक्ति और धर्म की स्वतंत्रता की बात करना लोकतंत्र की ही बात करना है ईस्टर के दिन पोप फ्रांसिस ने केवल दर्शन दिए लेकिन उनकी तरफ से जो संबोधन पढ़ा गया उसमें उन्होंने कहा कि इस अवसर पर मैं चाहूंगा कि हम सभी एक दूसरे में अपने भरोसे को मजबूत करें जो हमसे अलग हैं उनमें भरोसा करें जो दूर देश कहीं से आते हैं जिनके रीति रिवाज अलग हैं जीवन के ढंग अलग हैं विचार अलग हैं उनको अपनाएं उन्होंने दुनिया के नेताओं से अपील की वे भय ना फैलाएं भय से हम एक दूसरे से अलग-थलग हो जाते हैं इतनी सुंदर बात पोप फ्रांसिस ने ईसाई धर्म के प्रसार के लिए नहीं कही बल्कि सभी धर्मों को मानने वालों के बीच प्रेम और करुणा का प्रसार हो नैतिकता कायम हो और भय की जगह भरोसा फैले इसकी बात की है



करुणा और नैतिकता के प्रतीक: एक संत का जाना

 आप कह सकते हैं कि लोकतंत्र के एक बहुत ही महत्वपूर्ण और ताकतवर धार्मिक वकील आज हमारे बीच नहीं रहे उन्होंने धर्म की नैतिकता को हमेशा सत्ता की रणनीति से अलग रखा धर्म की सत्ता को भी चुनौती देते रहे उन्होंने देखा होगा कि धर्म की सत्ता और राजनीति की सत्ता में कोई फर्क नहीं जब दोनों मिल जाए तो इनका जोड़ खतरनाक होता है इसलिए वे धर्म की सत्ता को चुनौती देने के लिए पैथोलॉजी ऑफ़ पावर की उपमा देते रहे कहते रहे कि सत्ता के शीर्ष पर पहुंचकर जो लगने लगता है और इंसान खुद को दूसरों से श्रेष्ठ समझने लगता है उस पर बार-बार चोट करने की जरूरत है पोप फ्रांसिस ने कहा कि करुणा का कम हो जाना घट जाना एक तरह की बीमारी है ऐसे लोगों के दिल पत्थर के हो जाते हैं ईस्टर के उल्लास में भी पोप फ्रांसिस गज़ा की तबाही को नहीं भूले और उनके आखिरी संबोधन में गजा में सीज़ फायर की अपील इतिहास का हिस्सा हो गई पोप फ्रांसिस ने कहा कि मैं अपने आप को पीड़ा और वेदना के निकट पाता हूं इसराइल और फिलिस्तीन की जनता की पीड़ा के करीब पाता हूं उन्होंने हमास से अपील की जिन्हें बंधक बनाया है उन्हें रिहा कर दे दुनिया से अपील की यहूदियों के विरोध में नफरती सोच को विदा कर दीजिए और कहा सीज फायर होनी चाहिए बंधकों को रिहा किया जाए और जो भूखे हैं उनकी मदद की जाए कई मौकों पर उन्होंने युद्ध में मारे जा रहे बच्चों की चिंता की और युद्ध रोकने की अपील इसराइल की सेना की खुलकर आलोचना करते रहे जबजब इसराइल गजा के स्कूलों पर बम गिराता था पोप फ्रांसिस कहते थे यह मानकर कि हमास के लड़ाकों को मारने के लिए स्कूलों पर बम गिराना जरूरी है इससे भद्दा विचार कुछ और हो नहीं सकता 2013 में जब फ्रांसिस पोप बने तब कई मायनों में वे इस पद पर पहुंचने वाले पहले पोप थे 1200 साल में पहली बार कोई ऐसा पोप बना जो यूरोप से नहीं आता था उनका पोप के पद पर आना ही चर्च सिस्टम का भीतर से दरक जाना था उन्होंने चर्च की नौकरशाही पर खुलकर प्रहार किया वेटिकन के प्रमुख होकर भी वेटिकन की आलोचना करते रहे खुद को नश्वर समझने और श्रेष्ठ समझने के अहंकार को चुनौती दी और कहा जो चर्च अपने आप में सुधार नहीं करता है वह एक बीमार शरीर की तरह हो जाता है वेटिकन के नौकरशाहों के लिए अच्छा होगा कि वे अपनी बीमारियों की सूची बनाएं और इसे समझें कि वे क्यों ऐसा सोचते हैं कि उनके बिना कुछ नहीं चल सकता है 

युद्ध, भय और सत्ता के खिलाफ नैतिक प्रतिरोध

पैथोलॉजी ऑफ पावर की बात करते हुए पोप फ्रांसिस ने कहा इसकी वजह से लोगों में यह अहंकार भर जाता है कि वे दूसरों से बढ़कर हैं और इस धरती पर दूसरों की सेवा के लिए नहीं आए हैं पोप फ्रांसिस ईसाई धर्म के प्रमुख तो थे लेकिन बात मोहब्बत की करते रहे हमेशा इस पर जोर दिया कि सिर्फ प्रेम ही है जो सबको जोड़ता है उन्होंने यह नहीं कहा कि उनका धर्म ही श्रेष्ठ है और ईसाई धर्म ही सबको जोड़ता है प्रेम के बारे में उनके विचार थे कि दूसरों को गले लगाने की क्षमता का विस्तार करना पड़ता है तभी आप प्रेम में होते हैं दूसरों का स्वागत करना ही प्रेम की अभिव्यक्ति है प्रेम की सघनता कभी खत्म नहीं होने वाली है कई मामलों में खुले विचारों से उन्होंने चीजों को देखा तो कई मामलों में वे परंपरावादी बने रहे जैसे वे गर्भपात के खिलाफ थे मानते थे कि चर्च के पादरी ब्रह्मचर्य का पालन करें औरतों को पादरी बनाने के बहुत हक में नहीं थे लेकिन चर्च में उनकी भूमिका बढ़नी चाहिए इसराय के थे उन्हीं के कार्यकाल के दौरान यह भी कहा गया कि कैथोलिक चर्च कभी भी समलैंगिक विवाह को आशीर्वाद नहीं देगा मान्यता नहीं देगा इन बातों को लेकर आलोचनाएं होती रहीं कई बड़े मामलों में दुनिया के गरीबों के हक में खड़े होकर वह हमेशा लोगों को चौंकाया करते थे पर्यावरण के सवाल को लेकर खुलकर कहा कि जो विकसित देश हैं वह इसकी जिम्मेदारी लें कि गरीब देशों पर पर्यावरण संकट का असर ना पड़े वो फ्रांसिस माइग्रेंट परिवार के थे इनके माता-पिता इटली से अर्जेंटीना आए इस कहानी में कितना सत्य है इसकी पुष्टि मैं नहीं कर सकता लेकिन जो कहानी बताने जा रहा हूं वो काफी चलती है कि पोप बनने के बाद रात को वेटिकन में घूम रहे थे जगह-जगह बिजली के स्विच ऑफ करते चल रहे थे किसी के पूछने पर कहा इतनी बिजली से अर्जेंटीना के गांव में रोशनी हो जाएगी पोप फ्रांसिस ने हमेशा अपनी जिंदगी में माइग्रेंट के अधिकारों की बात की जब यूरोप में भूमध्य सागर से आने वाले माइग्रेंट के डूबने की तस्वीरें आने लगी तब वे इटली के एक द्वीप पर चले गए और यूरोप की उदासीनता की जमकर निंदा की कहा कि आपके यहां इतने सारे लोग ऐसे मर रहे हैं कई बार माइग्रेंट के शिविरों में भी गए उनके जीवन की यातना को अपनी करुणा का सहारा दिया 2017 में बांग्लादेश गए थे वहां पर 6 लाख रोहिंग्या मुसलमानों के शिविर में चले गए वहां जाकर उन्होंने कहा जो अजनबी है जो बाहर से आया है उसमें ईसा मसीह की छवि देखनी चाहिए आज ईश्वर की मौजूदगी रोहिंग्या में नजर आती है यह कितनी बड़ी बात है साहसिक बात है क्या कोई धर्मुरु इतनी उदारता और करुणा से यह बात कर सकता है म्यांमार में मुस्लिम समाज को प्रताड़ित किया जा रहा था

धर्म की सीमाओं से परे: रोहिंग्या, माइग्रेंट्स और प्रेम की भाषा

 उन्होंने बांग्लादेश की राजधानी में खड़े होकर नाम लेकर बात की रोहिंग्या मुसलमानों से बातें करना उनकी त्रासदी को समझना किसी धर्म गुरु के बस की बात नहीं पोप फ्रांसिस ने इस सीमा को तोड़ कर दिखा दिया उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों से कहा आपकी त्रासदी है वह बहुत बड़ी है और बहुत मुश्किल है हम अपने दिलों में आपको जगह देते हैं आपको चोट पहुंचाने वालों के नाम पर आपके प्रति दुनिया में जो उदासीनता है उन सब के लिए मैं माफी मांगता हूं इतनी बड़ी बात क्या आज कोई भी नेता कह सकता है कोई धर्मुरु कह सकता है पोप फ्रांसिस की यह बात हमेशा करुणा को पुकारती रहेगी [संगीत] के प्रसिद्ध [संगीत] सोमा [संगीत] कोस कैसे [संगीत] सोशल पिटिका ओम के लो [संगीत] [संगीत] हमेशा सादगी पर जोर देते रहे लिमोजिन कार में बैठने से मना कर दिया साधारण से गेस्ट हाउस में रहे पोप के महल से दूरी बनाए रखी 1998 में अर्जेंटीना में आर्च बिशप बनने के बाद बिशप के महल में रहने नहीं गए एक अपार्टमेंट को अपना बसेरा बनाया पोप फ्रांसिस ने वेटिकन की भव्यता को काफी सादा बना दिया है कार्डिनल की सैलरी घटा गए हैं भ्रष्टाचार को रोकने की कोशिश की है वेटिकन के अकाउंटिंग सिस्टम को आधुनिक बनाया है ऐसा करने के पीछे उनका मकसद यही था कि चर्च हमेशा इस बात को याद रखे कि कोई गरीब भूखा है कोई युद्ध की हिंसा में घायल हुआ है और कोई किसी राज्य की हिंसा के कारण विस्थापित हो गया है पोप फ्रांसिस को याद किया ही जाना चाहिए उनके कार्यकाल के दौरान पहली बार भारत से कोई कार्डिनल बना केरला के जॉर्ज जेकब कुवकड़ को पादरी से सीधा कार्डिनल बनाया पोप के पद पर रहते हुए 47 बार यात्राएं की भारत नहीं आ सके लेकिन दुनिया के हर कोने में गए और अब इस दुनिया से पार एक अनंत दुनिया की यात्रा पर चले गए हैं हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं 



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